राजस्थान के झुंझुनू जिले में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के पर्यटक स्थल हैं। यहाँ कुछ प्रमुख स्थल दिए गए हैं:
झुंझुनू में पर्यटक स्थल कौन कौन से हैं ? |
रानी सती मंदिर: यह मंदिर रानी सती का प्रसिद्ध मंदिर है और यहां हर साल लाखों भक्त आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा सती मंदिर माना जाता है।
कानोड़ा किला: इस किले का ऐतिहासिक महत्व है और यह झुंझुनू के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है।
मंडावा: यह छोटा सा कस्बा अपने भव्य हवेलियों और राजस्थानी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। मंडावा को "ओपन आर्ट गैलरी" भी कहा जाता है।
नवलगढ़: यह कस्बा भी अपनी हवेलियों और चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। यहां की हवेलियों की दीवारों पर बनीं पेंटिंग्स बहुत आकर्षक होती हैं।
डूंडलोद किला और हवेली: यह किला और हवेली अपने वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाने जाते हैं।
जोरावर गढ़ किला: यह किला झुंझुनू का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है और यहां की वास्तुकला और इतिहास पर्यटकों को आकर्षित करती है।
बिरला म्यूजियम: यह म्यूजियम झुंझुनू के इतिहास, संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है।
खेतड़ी महल: इसे विंड पैलेस भी कहा जाता है। यह महल अपनी अनूठी वास्तुकला और खूबसूरत दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की हवा और रोशनी का खेल बहुत ही आकर्षक होता है।
मोदी और सारावगी हवेली: ये हवेलियां झुंझुनू की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं और अपनी भव्यता और चित्रकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
बागोरिया हवेली: यह हवेली अपने भित्ति चित्रों और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है। यह झुंझुनू की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक हिस्सा है।
दरीबा किला: यह किला अपनी रणनीतिक स्थिति और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ से आसपास के क्षेत्रों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
मुकुंदगढ़ किला: यह किला और इसके आसपास का क्षेत्र ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह किला अपनी भव्यता और राजस्थानी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
लोहार्गल: यह एक धार्मिक स्थल है जहाँ भगवान विष्णु के मंदिर और पवित्र कुंड स्थित हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
हरलाखी तालाब: यह तालाब झुंझुनू के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है और इसके चारों ओर के हरे-भरे बगीचे इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।
सूरजगढ़ किला: यह किला अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है और यहां की वास्तुकला और डिजाइन बहुत ही खूबसूरत है।
अलसीसर किला: यह किला अपने अनूठे वास्तुकला और डिज़ाइन के लिए जाना जाता है। यह एक होटल के रूप में परिवर्तित हो चुका है और यहाँ पर्यटक ठहर सकते हैं।
पिलानी: यह जगह बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS Pilani) के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की शैक्षणिक और सांस्कृतिक वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है।
मोहब्बतसर किला: यह किला अपनी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ की सुंदरता और प्राचीनता पर्यटकों को बहुत भाती है।
डूंडलोद फोर्ट और चोखानी हवेली: ये स्थान अपनी राजस्थानी वास्तुकला और सुंदर भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। डूंडलोद में स्थित ये हवेलियां पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती हैं।
फतेहपुर: यह कस्बा भी अपने भव्य हवेलियों और चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की हवेलियों की दीवारों पर बने चित्र और वास्तुकला बहुत ही खूबसूरत हैं।
नवलगढ़ का हेम राज कुल्हरिया हवेली: यह हवेली अपनी अनूठी चित्रकला और वास्तुकला के लिए जानी जाती है। इसे देखना एक अद्भुत अनुभव होता है।
छत्रियों और बावड़ियाँ: झुंझुनू में कई पुरानी छत्रियां और बावड़ियाँ हैं जो अपने वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं।
पिलानी का बिरला संग्रहालय: यह संग्रहालय झुंझुनू के इतिहास, संस्कृति और वैज्ञानिक उपलब्धियों को दर्शाता है। यह विशेष रूप से बच्चों और छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
शेखावाटी संग्रहालय: यह संग्रहालय झुंझुनू के शेखावाटी क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। यहाँ पर शेखावाटी क्षेत्र की पेंटिंग्स, हस्तशिल्प और ऐतिहासिक वस्त्र संग्रहित हैं।
बगीची की हवेली: यह हवेली अपनी भव्यता और अनूठी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की दीवारों पर बने भित्ति चित्र और शिल्पकला पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती हैं।
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