सरपंच आळा चुनाव - रोचक कहानी
रोचक कहानी.....👍👍👍
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एक गादड़ी जंगल म फिरै ही ।
बिक दोयक गंडक गेल होगा । गादड़ी भाज र एक घूर मं बड़गी, घूर मं एक गादड़ो पैहल्या उं ही बैठ्यो हो ।
गादड़ी (fox) |
गादड़ी- बारण बटेऊ आयेड़ा है ।
गादड़ो- के कह है ?गादड़ी- कह है कि छोरी न आज की आज भेज ।
गादड़ो- तू के बोली
गादड़ी- मैं बोली कि गाबा लता को जोगाड़ कोनी, दोयेक दिन डटज्यावो ।
गादड़ो- न मान्या तो मैं बात करु के ?
गादड़ी बोली कि हां तू बात कर ।
अब गादड़ो घूर क बारन मुँह काड्यो, गंडक पैहली सूं तैयार हा, एक गंडक एक कान क लूमगो , दुसरो गंडक दूसरै कान क लूमगो ।
पांच दस झटका मारया जणा कान तो गंडक क मुँह म रहगा और गादड़ो वापस धुर म गयो ।
गादड़ी बोली होगी के बात ।
गादड़ो बोल्यो कि बटेऊ भी घणा ही देख्या और भाण बेटियां को आणो जाणो भी घणो ही देख्यो ।
पण अयांकी खींचाताण कोनी देखी ।
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तो भाई लोगो चुनाव भी घणा ही देख्या और सरपंच भी घणा ही देख्या ।
पण अब क सरपंचा आळा चुनाव मं जसी खींचाताण कोनी देखी ।
ग्राम पंचायत को नाम लिखण की के जरूरत है, राजस्थान की सगळी ग्राम पंचायता म याही खींचाताण होरी है।
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