मजा को के बैरों भायलो मजों कुणसी बात पर आव - कविता (Have fun with your friends - Poem)

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मजा को के बैरों भायलो मजों कुणसी बात पर आव - कविता (Have fun with your friends - Poem)

मजा को के बैरों भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव

रेल मैं सोण का, पाँच रूपिया खोण का,
दारूं पीकर रोण का, मजा ही न्यारा है...
बालू कै टीबा पर भागण का, ब्यावली रात मैं जागण का,
कातिक मैं जाडों लागण का, मजा ही न्यारा है...!
भरी दुपहरी मैं ज्यै काली घटा छाज्याव...
मजा को के बेरों भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव...।।
Old peoples in village haveli
Old peoples in village haveli

मंत्री कै गैल यारी का, कंगले को मोटर-लारी का,
और आधी छुट्टी सारी का, मजा ही न्यारा है...!
खेत मैं रोटी खाण का, जोहड जाकर न्हाणे का,
नान्ह टाबर नै खिलाण का, मजा ही न्यारा है...!
यात्रा हो दूर की और दूर की सवारी मिलज्याव...
मजा को के बेरों भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव

गर्मिया मैं आम का, फागण की शाम का,
मीठी-मीठी जुकाम का, मजा कै बताऊँ थान...!
जाडे मैं रजाई का, गांव कै जमाई का,
बूढे की सगाई का, मजा के बताऊँ थान...!
झगडे कै माय ज्यै थानेदार टूटकर पड़ज्याव...
मजा को के बेरो भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव...।।

मौका पर कही गई बात का, माँ को टाबर की लात का,
मेंह मैं टपकती छात का, मजा के बताऊँ थान...!
खाट पर सै पडण का, सुत्या सुत्या डरण का,
तड़कै पाणी भरण का, मजा के बताऊँ थान...!
मजा मजा मैं गांजों पीणिया एक सेर का लाड्डू खाज्याव...
मजा को के बेरो भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव...।।

ठंड मैं अकड़न का, भाग कर गाड़ी पकड़न का,
कुण्डी मैं आंगळ रगड़न का, मजा तो लेकर देखों...!
झाडी सै बोरिया तोड़न का, चौकान मैं खिचड़ी रोड़न का,
बढेडा कनखा काटण का, मजा तो लेकर देखों...!
घोड़ी पर बैठ्यों बींद ज्यै घोड़ी चिमकण सै पडज्याव...
मजा को के बेरो भायलों कि कुणसी बात पर आज्याव......!!!!!

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