सास बहु की लड़ाई - कविता

gadstp

सास बहु की लड़ाई - कविता


मत कर सासु बेटो बेटों
तो मिनख म्हारो है
जद पहनतो बाबा सूट
जद गुड्डू थारो हो
अब पहरे कोट पेंट
अब डार्लिंग म्हारो है
जद पीतो बोतल में दूध
जड़ गिगलो थारो हो
अब पीवे गिलास में जूस
अब मिस्टर म्हारो है
जद लिखतो
जद नानको थारो हो
अब करे watsapp sms
अब जानू म्हारो है
जद खातो चोकलेट आइस क्रीम
जद टाबर थारो हो
अब खावे पिज़्ज़ा बिस्कुट
अब हब्बी म्हारो है
जद जातो स्कुल कोलेज
जद मुन्नो थारो हो
अब जाए ऑफिस में
अब ऑफिसर म्हारो है
जद मांगतो पोकेट खर्चो
जद लाडलो थारो हो
अब ल्यावे लाखां रूपिया
अब टी एम म्हारो है
मत कर सासू लालो लालो
अब छैलो म्हारो है |

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