जीवन जीणे खातर रहणो भी जरुरी होवै हैं। पह्ली लोग रह्ने के लिए झोपड़ी बनाता। झोपड़ी बनाने खातिर मिट्टी, गोबर, और घास की एक प्लास्टर के साथ कवर चारों ओर लेप करता बीके ऊपर लकड़ियाँ की पोल बाँधता बा झोपड़ी दीमक से मुक्त (एंटीसेप्टिक), बिछुआ की तरह, पशु के लिए लंबे, तेज कांटों की सूखी शाखाओं से बनाता।
वस्त्र (Clothes)
कालीन और दरियाँ
ब्लू बर्तनों
लकड़ी के फर्नीचर
राजस्थानी रजाई
मोजड़ी और जूतियाँ
संगमरमर शिल्प
आमतौर पर गाँव में जमींदार को पक्को मकान और बड़ो होतो। घर में मुख्या दरवाजा और जानवरा खातिर बाड़ा और धूप से बचन खातिर मिट्टी की ईंटों का मकान होता था। जमीदार का मकान चूना पत्थर कंकड़, और पानी के मिश्रण से बना होता।
गाँव में एक पीपल को पेड़ होतो जिसके चारों ओर बैठने के लिए मंच जिने गट्टा बोला हैं, बणायो जातो। बठ ही एक कुओं और पाणी की खेल बणाई जाती जी पर सुबह शाम पशु पाणी पीता और लुगायाँ पाणी भर की ले जाती।
राजस्थानी हस्तशिल्प (Rajasthani Handicrafts)
राजस्थान के हस्तशिल्प दुनिया से जाना जाता है। राजस्थानी हथकरघा और शिल्प पसंद के लिए जाना जाता है हर किसी विशाल देश और अद्भुत लोगों के एक रंगीन जीवंत और फुर्तीला राज्य के रूप में दुनिया भर में राजस्थान ज्यादातर बाजारों से मांग कर रहे हैं। राज्य की खूबसूरती को पूरे प्रदेश में फैला रखा है। राजस्थान के हर शहर कोई भी नजरअंदाज कर सकते हैं, जो एक अनूठा विक्रय बिंदु है। राजस्थान के बारे में अन्य लोकप्रिय बातों के बीच, एक आकर्षक चीज तो राज्य की हस्तकला उद्योग है। वास्तव में, राजस्थान के हस्तशिल्प बाजार सबसे महत्वपूर्ण है और पूरे देश के लिए सबसे बड़ा बाजार है।
खरीददारी (Shopping)
शेखावाटी अपने हस्तशिल्प के सामान के लिए काफी लोकप्रिय है। यहां की पेंटिग्स देशी-विदेशी सैलानियों को बहुत पसंद आती हैं। शेखावाटी का नक्काशी और सजावटी फर्नीचर का सामान काफी खरीदा जाता है। अलमारियां, कुर्सियां, दराज, पालने, टेबल आदि सामान खरीददारों को पसंद आता है। इनके अलावा टेक्सटाइल, धातु के बर्तन, चूड़ियां, तांबे और लोहे की कैंचिया भी पर्यटकों द्वारा काफी खरीदी जाती है।
राजस्थानी शिल्प (Rajasthani Crafts)
राजस्थान भारत में हस्तशिल्प वस्तुओं का सबसे बड़ा उत्पादक है। राजस्थान की कला और शिल्प के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। पर्यटकों को भारत हमेशा राजस्थानी हस्तशिल्प के उधोग और उनसे बनी हुई चीज़े अच्छी लगती हैं। राज्य के कई चमकीले रंग और नमूने शिल्प आंतरिक सजावट के रूप में घर सजाना के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उपयोगिता दैनिक उपयोग की उत्पाद जबकि कपड़े, सामान और विविध वस्तुओं का उत्पादन है।
चांदी, कुंदन, मीनाकारी, वस्त्र, हस्तनिर्मित कागज, बहुमूल्य और अर्द्ध कीमती पत्थरों -जेमस्टोन, पेंटिंग्स, चमड़ा शिल्प, संगमरमर हस्तशिल्प, हाथ से तैयार की जाती हैं। लकड़ी के आइटम, हाथी दांत, लाख, आभूषण शामिल , ग्लास, पीतल, चांदी और सोने के और भी बहुत कुछ राजस्थानी हस्तशिल्प और हथकरघा देखने को मिलते हैं।
वस्त्र (Clothes)
राजस्थान सुंदर रंगीन कपड़ों में कुछ उत्तम वस्त्र उत्पादन करता है। बांधनी या बन्धेज दो तरह के भव्य रूप राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को चित्रित करते हैं। ये कपड़ा बहुत ही सुंदर कुर्तियों की तरह पोशाक सामग्री, सूट टुकड़े, साड़ी बनाने के लिए प्रयोग करते हैं।
हस्त आभूषण (Handmade Jewellery)
आभूषण में मीनाकारी ज्यादातर सोने और चांदी के आभूषण हैं, जो सबसे आकर्षक और लोकप्रिय रूपों में से एक है। इसके अलावा हाथ से बने गहने के टुकड़े भी अद्वितीय है और हर किसी को पसंद हैं।
कालीन और दरियाँ
कालीन और दरियों के मामले में बीकानेर, जयपुर और टोंक की ऊनी कालीन देखने के लायक हैं। रूपांकनों और हल्के रंग के विभिन्न डिजाइन इन दरियां को बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
ब्लू बर्तनों
ब्लू बर्तन राजस्थान के एक और शिल्प रूप अपने उत्तम काम के लिए लोकप्रिय है। नीले, हरे और सफेद रंग का उपयोग करके राजस्थान में नीले रंग की मिट्टी के बर्तनों को तैयार करते हैं।
लकड़ी के फर्नीचर
राजस्थानी लकड़ी के फर्नीचर बहुत महत्वपूर्ण है। अलग अलग शैलियों और डिजाइन के नक्काशीदार लकड़ी के फर्नीचर के मूल भाव और ठीक डिजाइन के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों में बने हैं। लकड़ी पर जाली उनमें से सबसे प्रसिद्ध है।
राजस्थानी रजाई
असंख्य राजस्थानी शिल्प की सूची में, राजस्थानी रजाई भी गर्व की सुविधा है। जयपुरी रजाई बहुत ही मुलायम और अच्छी होती हैं।
मोजड़ी और जूतियाँ
राजस्थान से मोजड़ी और जूतियाँ जैसे चमड़ा आइटम देश भर के साथ ही दुनिया भर में बेहद लोकप्रिय है और एक शिल्प रूप है। ये मोजड़ी और जूतियाँ बहुत ही खूबसूरती से विभिन्न पैटर्न और डिजाइन के साथ बनाई जाती हैं। जोधपुर और जयपुर में बहुत ही सुंदर मोजड़ी और जूतियाँ बनाती है।
संगमरमर शिल्प
यह शिल्प संगमरमर पर नक्काशीदार दीवार के पर्दे, मूर्तियां, फर्नीचर, फूल जैसी आकर्तियाँ, चिमनियों और अन्य घरेलू सामान बनाये जाते है।
आइवरी
भित्ति चित्र, भित्तिचित्रों और लघु चित्रों सहित राजस्थान और राजस्थान चित्रों की आइवरी चूड़ियां भी राज्य के अन्य लोकप्रिय शिल्प हैं।
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