Mhe Bharat Ri Balikawan- Rajasthani Poem

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Mhe Bharat Ri Balikawan- Rajasthani Poem

"म्हे भारत री बालिकावां"
म्हे भारत री बालिकावां, म्हे मिलके देश बणांवाली
म्हे भारत री लाडली म्हे मिलके देश बणांवाली।
ईं धरती पर जलम लियो है, ईं धरती पर खेळी हां
ईं धरती री आण राख के, मायड़ कूख सिलावांली।
म्हे भारत री......
Girl in Rajasthani Traditional dress
Girl in Rajasthani Traditional dress

म्हे जाम्यी जद म्हारी मायड़ हिवड़ै हरख मनायो हो
जद मायड़ पर विपदा आवै बैरी सूं भिड़ज्यांवांली।
म्हे भारत री.......
मार पांयचो मीणत करस्यां, खेतां नै सरसावांली
जात मिनख सुख सूं जीवैलो, दूधां नदी बहावांली।
म्हे भारत री.....
अज्ञान, गरीबी, पिछड़ेपण नै जड़ामूल सूं खोवांली
जात-पात रो भेद मिटाके गीत प्रेम रा गावांली।
म्हे भारत री......
टेम पड़े पर जात बालिका झांसी राणी बण ज्यावांली
म्हे बड़कां री सोगन खावां बैरी नै धूल चटावांली।
म्हे भारत री......
म्हे मिलके देश बणावांली —

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