आजकाल की लुगाई से ब्याह करें तो बिका सात बचन होवै बे कुणसा हैं ये पढ़ो
पेहलो वचन
दिनूगै जाग आवै जद उठूँ बेगि ना जगाइयोउठतां पाण ही एक कप चाा गुदडा माहि झलाइयो
लुल्गै भुआरी म्हारे सुं कडे कोनि ना पानी भरण न जाऊं
औह बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
Wedding Ceremony_1 |
दुसरो वचन
जाँता ही न्यारी होस्यु न्यारो घर बनास्या डांगर पशु राखा कोनि डेयरीपर सुं थेली आळो दूध ल्यासा
थारै बुढ़िये बुढ़लि गी
सेवा मे्रे सुं कोनि होवै मैं पेल्हा ही बताऊं औह
बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
तीसरो वचन
धुवै सुं आँख बलै ले देइयो गैस कनेक्सनजेन्टल घाल मशीन सुं घाबा धोंस्या हाथा
क होवै ईफेक्सन
इत्ता घाबा घरां ताबै कोनि आवै
धोबी सुं प्रेस कराऊँ
औह बचन म्हारो मंजूर होवै
तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
चौथो वचन
गाडो सो दिन क्यां कटैमनोरंजन क़ बिना घर म्ही रंगीन टीवी होवै
अर घर की होवै डिश एंटीना अपो आपणी
पसंद गा नाटक देखां
काई बात सर्मिंदगी की मैं
देखूँ कहानी घर घर की
थे देखियो कसोटी ज़िंदगी की
कोई बटाऊ आजै तो मैं बीच म्ही उठगै चाय कोनि बनाऊं
औह बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
Wedding Ceremony |
पांचवों वचन
बात करण नै मोबाईल होवैजद मैं पीयर जाऊं टायला लागेड़ो न्हाणघर होवै
फुआरो चलागे न्हाऊं
घरा ही सामान ल्यादेइयो पण सातवें दिन ब्यूटीपार्लर जाऊं
औह बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
छटो वचन
थे मेरे अलावा कीह कानि न झांकियोकठै एडै मौके जाओ तो मनै आगलै पासै राखियो
मेरी पसंद सुं टूम छलौ पहरुं जिता मर्जी सूट सिमाऊं
औह बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
सातवों अर आखरी वचन है
ध्यान सुं सुण लेइयो नित आयेड़ी नन्दा चोखी कोनि लागैफेर ना कइयो जेठुता जेठुति नान्दया नान्दि सागै मैं
ना नेह लगाऊं औह बचन म्हारो मंजूर होवै तो थारै
डावै अंग माहिं आऊं…….!!
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